विश्व क्या है ?
विश्व को लेकर सबके अलग अलग मत हो सकते है लेकिन विश्व एक ऐसा शब्द हे जिसमे मानव जाती , पेड़ पौधे ,जानवर , जीव जन्तु ,सूक्ष्म जीव ,समुद्र हवाए जो ज्ञात है हमें और जिसके बारे में मानव जानता भी नहीं वो भी इस विश्व के अंतर्गत ही आते है |
"विश्व" का अर्थ है सृष्टि, जगत, या संसार। यह संपूर्ण ब्रह्मांड और उसमें मौजूद सभी जीव, निर्जीव पदार्थ, ग्रह, तारे, आकाशगंगाएँ, ऊर्जा, और समय का समग्र है।
भारतीय दर्शन और विज्ञान में, विश्व को कई दृष्टिकोणों से देखा गया है:
1. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से - विश्व अनंत ब्रह्मांड का हिस्सा है जिसमें अनगिनत आकाशगंगाएँ, तारे, ग्रह और अन्य खगोलीय पिंड मौजूद हैं। हमारा पृथ्वी ग्रह भी इसी ब्रह्मांड का एक छोटा सा हिस्सा है। और अभी तक इंसान पुरे सौर मंडल का भी रहस्य नहीं जान पाया है तो उससे आगे और कितना विस्तृत होगा ये अभी कल्पना भी नहीं की जा सकती |
2. दर्शनिक दृष्टिकोण से - कई भारतीय दर्शनों में इसे "माया" या "भ्रम" भी माना गया है, जो वास्तविकता का आवरण है और आत्मा के बोध में बाधक है। अद्वैत वेदांत में यह माना जाता है कि ब्रह्मांड और आत्मा एक ही हैं, और सभी जीवों का अंतिम उद्देश्य इस एकता को पहचानना है। सभी दर्शनों में अलग अलग मत है लेकिन पुर्णतः तार्किक रूप से कोई सटीक नहीं बैठ पाया है |
3. आध्यात्मिक दृष्टिकोण से - हिन्दू, बौद्ध, जैन, और सिख जैसे धार्मिक परंपराओं में, विश्व को ईश्वर या परम शक्ति की रचना माना गया है। इसे कर्म, धर्म, और मोक्ष की दिशा में जीवन के अनुभवों का एक मंच भी कहा गया है, इस दुनिया में बहुत सारे धर्म और समुदायों का अलग अलग मत और मान्यताये है ।
इस प्रकार, विश्व केवल भौतिक वस्तुओं का समूह नहीं है; यह भौतिक और आध्यात्मिक दोनों रूपों में असीम और गहन है।
विश्व एक ऐसा विशाल क्षेत्र है जिसमें हम सब रहते हैं। इसमें अनेक आकाशगंगाएँ, तारे, ग्रह, उपग्रह और अन्य खगोलीय पिंड शामिल हैं। हमारी पृथ्वी भी इसी विश्व का एक छोटा सा हिस्सा है, पृथ्वी को छोटा सा हिस्सा इसलिए भी कहा गया है की जहा तक इंसान अभी तक पंहुचा है वहा से भी पृथ्वी एक छोटा गोला है और जहा तक इंसान अभी पहुचने की सोच भी नहीं सकता उसके मुताबिक पृथ्वी एक छोटे से हिस्से का टुकड़ा ही माना जायेगा ।
विश्व के बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें:
अनंत विस्तार: वैज्ञानिकों का मानना है कि विश्व का विस्तार अनंत है।
महाविस्फोट: विश्व की उत्पत्ति एक विशाल विस्फोट से हुई थी, जिसे महाविस्फोट कहते हैं।
लगातार विस्तार: विश्व लगातार फैल रहा है।
विश्व को लेकर भी ये बात कही जाती है की विश्व का विस्तार लगातार हो रहा है वो कितना हे और कहा तक है ये कहा नहीं जा सकता
अज्ञात रहस्य: अभी भी बहुत कुछ ऐसा है जो हमें विश्व के बारे में नहीं पता। वैज्ञानिक लगातार नए रहस्यों को उजागर करने की कोशिश कर रहे हैं।
विश्व को लेकर अगर आप और भी विस्तृत में जानकारी चाहते है तो निचे दी हुई लिंक पर जा कर जानकारी को और भी पुख्ता कर सकते है
https://en.wikipedia.org/wiki/World
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