1. बहुविकल्पीय प्रश्न (Multiple Choice Questions)
प्रश्न 1: गगन में थाल में ‘थाल’ का क्या अर्थ है?
A) पूजा की थाली
B) चंद्रमा
C) दीपक
D) फूल
उत्तर: A) पूजा की थाली
प्रश्न 2: गुरु नानक देव जी ने सूर्य और चंद्रमा को किससे तुलना की है?
A) मोती
B) दीपक
C) चंवर
D) फूल
उत्तर: B) दीपक
प्रश्न 3: ‘पवण चंवर करे’ में ‘पवण’ किसे दर्शाता है?
A) फूलों की सुगंध
B) चंवर झलने वाली हवा
C) जंगल का दृश्य
D) जलधारा
उत्तर: B) चंवर झलने वाली हवा
प्रश्न 4: गुरु नानक देव जी ने किस तत्व को मोती के समान बताया है?
A) तारे
B) चंद्रमा
C) सूर्य
D) आकाश
उत्तर: A) तारे
प्रश्न 5: गगन में थाल किस ग्रंथ का हिस्सा है?
A) गुरु ग्रंथ साहिब
B) रामायण
C) महाभारत
D) वेद
उत्तर: A) गुरु ग्रंथ साहिब
2. सत्य या असत्य (True/False Questions)
प्रश्न 1: गुरु नानक देव जी ने आकाश को एक विशाल थाली के रूप में वर्णित किया है।
उत्तर: सत्य
प्रश्न 2: गुरु नानक देव जी के अनुसार केवल मंदिरों में ही ईश्वर की पूजा हो सकती है।
उत्तर: असत्य
प्रश्न 3: ‘गगन में थाल’ का मुख्य संदेश प्रकृति और ईश्वर की एकता है।
उत्तर: सत्य
प्रश्न 4: पवन (हवा) को इस कविता में सूर्य की उपमा दी गई है।
उत्तर: असत्य
प्रश्न 5: गुरु नानक देव जी ने तारों को दीपक कहा है।
उत्तर: असत्य (तारों को मोती कहा है)
3. रिक्त स्थान भरें (Fill in the Blanks)
प्रश्न 1: गुरु नानक देव जी ने आकाश को __________ के रूप में वर्णित किया है।
उत्तर: पूजा की थाली
प्रश्न 2: सूर्य और चंद्रमा को __________ की तरह बताया गया है।
उत्तर: दीपक
प्रश्न 3: ‘पवण चंवर करे’ में पवन का अर्थ __________ है।
उत्तर: हवा
प्रश्न 4: ‘सगल बनराई फूलंत जोती’ का अर्थ है, __________ भगवान की महिमा में फूलों की तरह खिलते हैं।
उत्तर: जंगल के पेड़-पौधे
प्रश्न 5: यह भजन __________ ग्रंथ का हिस्सा है।
उत्तर: गुरु ग्रंथ साहिब
4. एक पंक्ति के उत्तर (One-line Answers)
प्रश्न 1: ‘गगन में थाल’ में सूर्य और चंद्रमा को किससे तुलना की गई है?
उत्तर: दीपक
प्रश्न 2: गुरु नानक देव जी के इस भजन का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर: प्रकृति के हर तत्व में ईश्वर की उपस्थिति को देखना।
प्रश्न 3: ‘पवण चंवर करे’ में पवन का क्या अर्थ है?
उत्तर: हवा को चंवर झलने के रूप में दर्शाया गया है।
प्रश्न 4: इस भजन में तारे किससे तुलना करते हैं?
उत्तर: मोती
प्रश्न 5: यह भजन किस धर्मग्रंथ का हिस्सा है?
उत्तर: गुरु ग्रंथ साहिब
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